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देवी दुर्गा को शक्ति, पराक्रम और सौंदर्य का प्रतीक माना जाता है। वह शक्ति, सभी प्रकार की शक्ति, ऊर्जा और शक्ति का स्रोत है। देवी पार्वती, देवी दुर्गा के योद्धा रूप को राक्षसों को मारने, बुराइयों और नकारात्मकता और ब्रह्मांड में शांति लाने के लिए जाना जाता है। लोग देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा करते हैं। भक्त आमतौर पर मंत्रों, श्लोकों और भजनों का उच्चारण करके देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। वे आरती भी करते हैं और उसी दौरान एक भक्ति भजन भी गाते हैं।
लेकिन अगर आप कोई है जो आरती गाना नहीं जानता है, उसी के बोल पढ़ने के लिए लेख को नीचे स्क्रॉल करें।
Jai Ambe Gauri, Maiya Jai Shyama Gauri
Tumko Nishadin Dhyavat, Hari Brahma Shivri
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो। शक्तिशाली त्रिमूर्ति - ब्रह्मा, विष्णु और शिव - दिन-रात आपका ध्यान करते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Maang Sindur Virajat, Tiko Mrigamad Ko
Ujjval Se Do Naina, Chandravadan Niko
अर्थ: चमकीला सिंदूर आपके माथे को सजता है, और कस्तूरी की खुशबू मंत्रमुग्ध करती है। आपकी आंखें टिमटिमाती हैं, और आपका सुंदर चेहरा मंत्रमुग्ध चंद्रमा की तरह दिखता है।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
कनक समन कलेवर, रक्ताम्बर राजे
Rakt Pushp Gal Mala, Kanthan Par Saje
अर्थ: आपका शरीर सोने की तरह चमकता है, और आपका लाल रंग वर्तनी है। और लाल फूलों की माला आपकी गर्दन को सजाती है।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
केहरी वरन रजत, खड़ग खप्पर धारी
Sur-Nar-Muni Jan Seva, Tin Ke Dukh Hari
भावार्थ: हे देवी, आप वही हैं जो सिंह पर आरूढ़ हैं। आप अपने हाथों में एक खोपड़ी और एक तलवार रखते हैं। आप संतों, पुरुषों और अपने सभी दुःखों के ऋषियों को प्रसन्न करते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
कानन कुंडल शोभित, नासाग्रे मोती
कोटिक चंद्र दिवाकर, रजत सैम ज्योति
अर्थ: आपकी बालियां और मोती की नाक की अंगूठी मनोरम दिखती है, और आप एक प्रकाश का उत्सर्जन करते हैं जो एक हजार से अधिक चमकदार है और मून्स एक साथ डालते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Shumbh-Nishumbh Bidare, Mahishasur Ghati
धूम्रविलोचन नैना, निशिदिन मदमाती
भावार्थ: हे देवी, आप राक्षसों शुम्भ, निशुम्भ, महिषासुर और धुम्रिलोचन के दास हैं। आपकी आँखें दिन और दिन में क्रोध को दर्शाती हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
चांद-मुंद सन्हारे, शोणित बीज हरे
मधु-कैताभ दोऊ मारे, सुर भया द्वार करे
अर्थ: माँ देवी की जय, जिन्होंने चंड और मुंड, रक्षाबीज, मधु और कैताभ का सर्वनाश किया। आप डर को खत्म करने वाले हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Brahmani, Rudrani, Tum Kamala Rani
Agam Nigam Bakhani, Tum Shiv Patrani
भावार्थ: आप ब्रह्मा, विष्णु और शिव के सानिध्य की अभिव्यक्ति हैं। आप शिव के हृदय के परम शासक हैं।
ओम जय अम्बे गौरी।
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
चौसठ योगिनी गावत, नित्य करत भैरों
बाजत ताल मृदंगा, अरु बाजत डमरू
भावार्थ: चौंसठ योगिनियाँ मृदंग और डमरू की धुन पर आपकी उपस्थिति में नाचती-गाती हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Tum Hi Jag Ki Mata, Tum Hi Ho Bharata
Bhaktan Ki Dukh Harta, Sukh Sampati Karta
भावार्थ: आप इस ब्रह्मांड की माता हैं, आप उद्धारकर्ता हैं। आप भक्तों को उनकी परेशानियों से मुक्त करते हैं और आप उन्हें सुख और समृद्धि की वर्षा करते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
भूजा चार अति शोभित, वरमुद्रा धारी
Manovanchit Phal Pavat, Sevat Nar Nari
भावार्थ: आप अपने बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए युद्ध मुद्रा धारण करते हैं और जो लोग आपकी पूजा करते हैं उन्हें वह सब प्राप्त होता है जिसकी वे कामना करते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Kanchan Thal Virajat, Agar Kapur Bati
Shrimalaketu Mein Rajat, Koti Ratan Jyoti
अर्थ: अगरबत्ती, कपूर और ईंट जैसी वस्तुएं आपके लिए एक सुनहरी थाली में रखी जाती हैं, और आप करोड़ों रत्नों की तुलना में प्रकाश की चमक को उत्सर्जित करते हैं।
ओम जय अम्बे गौरी
अर्थ: हे माँ गौरी की जय हो
Shri Ambeji Ki Aarti, Jo Koi Nar Gave
Kahat Shivanand Swami, Sukh-Sampatti Pave
अर्थ: जो व्यक्ति प्रतिदिन आरती गाता है, वह शिवानंद स्वामी को सुख और धन का आशीर्वाद देता है।